रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गेड़ी पर चढ़कर सरपट लगाते हुए छत्तीसगढ़ी संस्कृति के साथ एक संगीतपूर्ण सफर किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उन्होंने अपनी बिटिया और नातिन को साथ लिया और लोक संस्कृति के खुद को गर्व महसूस किया।
उत्साह की गेड़ी
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने उत्साह से भरी गेड़ी पर चढ़कर संगीतपूर्ण सफर शुरू किया। उनकी ऊर्जा उसी तरह की है जैसे किसी किशोर में दिखती है। इसके साथ ही, वे रहचुली झूले की ओर बढ़े, जहां मुख्यमंत्री आवास हरेली के मेले ग्राउंड के रूप में लग रहे थे।
छत्तीसगढ़ी संस्कृति का गौरव
रायपुर के लोक संस्कृति के महकते वातावरण में, मुख्यमंत्री बघेल ने अपनी बिटिया और नातिन को साथ लेकर रहचुली झूले में चढ़ा। इसके द्वारा वे छत्तीसगढ़ी संस्कृति को महसूस करने का संकल्प लिया। भौंरा उनके हाथों में रखकर वे लोक संस्कृति का आनंद ले रहे थे, जो उनके बचपन की झलक को जीवंत कर रही थी।
परंपरागत खेलों का आयोजन
इस प्रमुख उत्सव के अवसर पर, परंपरागत खेलों का भी सुंदर आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री ने अपने पोते को भी साथ लिया और इस संस्कृतिक उत्सव के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृतिक मूल्यों को बढ़ाने का संकल्प दिया।