एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा की अपकमिंग फिल्म जटाधारा इन दिनों चर्चा में बनी हुई है. हाल ही में सामने आए एक बिहाइंड-द-सीन्स खुलासे ने फिल्म की गहराई और इसकी प्रामाणिकता के प्रति निर्माताओं की प्रतिबद्धता को और भी उजागर कर दिया है. ये एक एक पौराणिक थ्रिलर है, जिसमें भारतीय पौराणिक कथाओं को रोमांचक दृश्यों और डार्क फैंटेसी के साथ जोड़ा गया है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, वेंकट कल्याण और अभिषेक जायसवाल द्वारा निर्देशित इस फिल्म की शूटिंग के दौरान टीम ने एक अहम सीक्वेंस के लिए न सिर्फ वास्तविक तांत्रिक अनुष्ठान करवाए, बल्कि सच्चे मंत्रों का जाप भी करवाया था. जिससे दृश्य को आध्यात्मिक रूप से प्रामाणिक और ऊर्जावान बनाया जा सके. कास्ट और क्रू के अनुसार, उन दिनों का माहौल एक सामान्य फिल्म शूट जैसा नहीं था, बल्कि विशेषज्ञ तांत्रिकों की निगरानी में, सभी की सुरक्षा व सहजता को ध्यान में रखते हुए, पूरी सावधानी और सम्मान के साथ अनुष्ठान करवाए गए. इस संदर्भ में निर्देशक वेंकट कल्याण कहते हैं, “हम सिर्फ उस ऊर्जा को दोहराना नहीं चाहते थे, बल्कि हम उसे महसूस करना चाहते थे. फिल्म जटाधारा (Jatadhara) जैसी कहानी में बात सिर्फ दृश्यों या इफेक्ट्स की नहीं है, बल्कि उस गहराई को जगाने की है जो मनुष्य को अदृश्य से जोड़ती है. ये अनुष्ठान दिखावे के लिए नहीं थे, बल्कि सच्चाई के लिए थे, जिससे हमारे लिए साथ दर्शकों के लिए भी यह अनुभव पवित्र और वास्तविक बन सके.”



