Tuesday, July 1, 2025
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काउंसलिंग सत्र छात्रों में जागरूकता, आत्मविश्वास और करियर के प्रति स्पष्टता बढ़ाती है : डायरेक्टर डॉ. जयेंद्र नारंग

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• आंजनेय विश्वविद्यालय प्रदेश का 16वां निजी विश्वविद्यालय
• “विद्या परम बलम्” आदर्श वाक्य

रायपुर, छत्तीसगढ़ | शिक्षा के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करता आंजनेय विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ राज्य का 16वां निजी विश्वविद्यालय है। राजधानी रायपुर के हृदय स्थल पर स्थित 25 एकड़ में फैला यह आधुनिक और हरित परिसर छात्रों को विश्वस्तरीय शैक्षणिक वातावरण प्रदान करता है। “विद्या परम बलम्” — अर्थात “ज्ञान ही परम बल है” — को विश्वविद्यालय ने अपना आदर्श वाक्य बनाकर संकेत दिया है कि यहां शिक्षा को केवल डिग्री तक सीमित न रखकर, जीवन की शक्ति के रूप में विकसित किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है। आधुनिक प्रयोगशालाओं, डिजिटल लाइब्रेरी, अनुभवी शिक्षकों और रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रमों के साथ यह विश्वविद्यालय राज्य के युवाओं के लिए नए अवसरों का सृजन कर रहा है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को दिशा देने हेतु करियर काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में विश्वविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. जयेंद्र नारंग ने विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम से संबंधित संभावित करियर विकल्पों के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया। सत्र में फोरेंसिक साइंस, फिल्म निर्माण, पत्रकारिता, फैशन डिजाइन, होटल मैनेजमेंट जैसे कोर्सों से जुड़े करियर मार्गों, उद्योग की आवश्यकताओं, कौशल विकास और रोजगार की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने समस्या का समाधान भी प्राप्त किया। डॉ. जयेंद्र नारंग का कहना है कि इस प्रकार के काउंसलिंग सत्र छात्रों में जागरूकता, आत्मविश्वास और करियर के प्रति स्पष्टता बढ़ाती हैं, जिससे वे अपने भविष्य को सुनियोजित रूप से आगे बढ़ा सकते हैं। कार्यक्रम में जिला के ——————————————- शामिल रहे।

काउंसलिंग सत्र छात्रों में जागरूकता, आत्मविश्वास और करियर के प्रति स्पष्टता बढ़ाती है : डायरेक्टर डॉ. जयेंद्र नारंग
विश्वविद्यालय अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास पर आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने संकल्पित –
आंजनेय विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य केवल पारंपरिक शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अनुसंधान, नवाचार और कौशल विकास पर आधारित एक समग्र शैक्षणिक वातावरण प्रदान करता है। यहां विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक शिक्षा, केस स्टडी, प्रोजेक्ट आधारित लर्निंग और आधुनिक तकनीकों से लैस किया जाता है। विश्वविद्यालय का मानना है कि व्यावसायिक दक्षता और रचनात्मक सोच ही आज के प्रतिस्पर्धी युग में सफलता की कुंजी है। इसी दृष्टिकोण से यहां ऐसी पाठ्य योजनाएं तैयार की गई हैं, जो विद्यार्थियों को स्वावलंबी, रोजगारोन्मुख और शोध उन्मुख बनाकर समाज व राष्ट्र के निर्माण में सक्षम बनाती हैं।


राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पालन –
विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह विश्वविद्यालय बहुविषयक शिक्षण, लचीलापन, कौशल विकास और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देता है। पाठ्यक्रम इस प्रकार तैयार किए गए हैं कि छात्र अपने रुचि और क्षमता के अनुसार विषयों का चयन कर सकें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार मूल्य आधारित शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, तकनीकी दक्षता और नवाचार को विशेष महत्व दिया गया है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता, आलोचनात्मक चिंतन और उद्यमिता विकसित की जाती है, जिससे वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकें।


फोरेंसिक साइंस, फिल्म निर्माण, पत्रकारिता, फैशन डिजाइन जैसे कोर्स की बढ़ रही है मांग –
आज फोरेंसिक साइंस, फिल्म निर्माण, पत्रकारिता और फैशन डिजाइन जैसे कोर्सों की मांग तेजी से बढ़ रही है। ये कोर्स न केवल पारंपरिक शिक्षा से अलग हैं, बल्कि छात्रों को रचनात्मकता, विश्लेषण क्षमता और व्यावसायिक कौशल भी प्रदान करते हैं। आंजनेय विश्वविद्यालय ने इस बढ़ती रुचि को देखते हुए इन क्षेत्रों में विशेषीकृत और रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, स्टूडियो, अनुभवी प्रशिक्षकों और उद्योग से जुड़ी कार्यशालाओं के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान दिया जाता है, जिससे वे अपने करियर में आत्मनिर्भर और प्रतिस्पर्धी बन सकें।

प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप मिलने से नहीं होगी कोई समस्या –
विश्वविद्यालय में प्रतिभावान और मेहनती विद्यार्थियों के लिए आर्थिक बाधा कोई रुकावट नहीं बनेगी। विश्वविद्यालय ने विभिन्न स्तरों पर स्कॉलरशिप योजनाएं लागू की हैं, जो मेधावी छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर प्रदान की जाएंगी। इससे समाज के सभी वर्गों के छात्र बिना किसी आर्थिक चिंता के उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। विश्वविद्यालय का मानना है कि प्रत्येक योग्य विद्यार्थी को समान अवसर मिलना चाहिए, चाहे उसकी आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। इस पहल से विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलेगा और वे अपने लक्ष्य की ओर आत्मविश्वास से आगे बढ़ सकेंगे।


होटल मैनेजमेंट की नि : शुल्क पढाई कर विद्यार्थी दे सकते हैं, अपने भविष्य को नया आकर –
आरक्षित वर्ग के छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिससे वे आर्थिक चिंता के बिना अपने सपनों को साकार कर सकें। होटल मैनेजमेंट एक तेजी से उभरता हुआ और वैश्विक अवसरों से भरपूर क्षेत्र है। इस व्यावहारिक और उद्योग केंद्रित शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थी अपने भविष्य को एक नई दिशा और आकार दे सकते हैं।

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