Tuesday, November 19, 2024
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ओपीजेयू में ‘रोल ऑफ़ इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एन्ड मैनेजमेंट फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ विषय पर पांचवें दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 17 अक्टूबर से

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रायगढ़। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा ‘रोल ऑफ़ इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एन्ड मैनेजमेंट फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ विषय पर दो-दिवसीय पांचवें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 17 -18 अक्टूबर 2024 के दौरान किया जाएगा। सम्मलेन का आयोजन ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में हाइब्रिड मोड में किया जायेगा। सम्मलेन के वाइस-चेयरमैन डॉ हिमांशु वैष्णव ने बताया की सोहर विश्वविद्यालय, ओमान, मेट्रोपोलिया यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज एवं जोश मारिया कॉलेज, फिलीपींस के सहयोग से आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एन्ड मैनेजमेंट क्षेत्रों से जुड़े हुए सभी स्टेक होल्डर्स को एक मंच पर लाना तथा सतत विकास में इनकी भूमिका पर चर्चा करना , एवं नवाचारों के साथ-साथ सतत विकास की व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करने अपनाए जाने वाले समाधानों को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए एक प्रमुख अंतःविषय मंच प्रदान करना है। इतना ही नहीं बल्कि इस सम्मलेन के माधयम से व्यावसायिक स्थिरता और नवाचार से संबंधित शैक्षणिक और अभ्यास-आधारित ज्ञान का मूल्यांकन करना तथा एक स्थायी और अभिनव व्यापार बाज़ार बनाने के लिए संयुक्त प्रयासों को बढ़ावा देना भी है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मलेन में अकादमिक और उद्योगों के विशिष्ट वक्तागण इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एन्ड मैनेजमेंट से संबंधित अन्य क्षेत्रों पर मुख्य रूप से अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।

ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ आर. डी. पाटीदार ने कहा की चूंकि हम तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति और हमारे सामने आने वाली पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों के बारे में लगातार बढ़ती जागरूकता के चौराहे पर खड़े हैं। विकास के पारंपरिक मॉडल अक्सर हमारे प्राकृतिक पर्यावरण और सामाजिक कल्याण की कीमत पर आए हैं। लेकिन उम्मीद है, वही ताकतें जिन्होंने इन चुनौतियों में योगदान दिया है – नवाचार, उद्यमशीलता और प्रबंधन – अब समाधान पेश कर सकते हैं। जब नवाचार, उद्यमशीलता और प्रबंधन को प्रभावी ढंग से एकीकृत किया जाता है, तो वे सतत विकास के लिए एक शक्तिशाली शक्ति बना सकते हैं। नवाचार उपकरण और नए विचार प्रदान करता है, उद्यमशीलता उन्हें बाज़ार में लागू करती है, और प्रबंधन सुनिश्चित करता है कि वे स्थायी और लाभप्रद रूप से काम कर सकें। साथ में, ये तत्व एक ऐसा भविष्य बनाने में महत्वपूर्ण हैं जहाँ आर्थिक विकास, सामाजिक समावेश और पर्यावरण संरक्षण एक साथ चलते हैं।

इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट द्वारा सतत विकास में इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एवं मैनेजमेंट की भूमिका विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है जिंसमे न केवल इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप और मैनेजमेंट बल्कि इंटर-डिसिप्लिनरी क्षेत्रों मे भी शोध एवं सतत विकास से संबन्धित दुनिया भर के शिक्षाविद, शोधकर्ता, और अन्य सभी संबंधित एकत्रित होकर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श एवं चिंतन कर सम्बंधित क्षेत्रों में सार्थक योजनाओं के निर्माण की पहल करने का प्रयास करेंगे। ओपीजेयू के इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मलेन का उदघाटन 17 अक्टूबर को भारत के आवास और शहरी मामलों के माननीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू जी द्वारा देश-विदेश से आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती शालू जिंदल जी, कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार जी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया जाएगा एवं सभी अतिथिगण सम्मलेन को सम्बोधित भी करेंगे।

इस दो-दिवसीय सम्मेलन मे उदघाटन एवं समापन सत्रों के आलावा कीनोट सेसंस एवं तकनीकी-सत्र आयोजित किये जाएंगे। इस सम्मेलन में विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, पेपर प्रस्तुतियां और तकनीकी सत्र शामिल होंगे। सम्मेलन के प्रतिभागियों को इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप एवं मैनेजमेंट से संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत एवं नेटवर्किंग करने का अवसर मिलेगा । सम्मेलन के दो दिनों के दौरान प्रतिभागियों द्वारा लगभग 150 शोधपत्रों का वाचन/ प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। सम्मलेन में प्रस्तुतीकरण के लिए 252 शोध सारांश प्राप्त हुए थे जिनमे से 160 शोध सारांशों को उनकी गुणवत्ता एवं मौलिकता के आधार पर तकनीकी कमेटी द्वारा चयनित किया गया।

विदित हो की NAAC ‘A’ ग्रेड प्राप्त रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व-स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। वर्त्तमान में विश्वविद्यालय में तीन स्कूल- स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट एवं स्कूल ऑफ़ साइंस संचालित हैं। स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग में डिप्लोमा, बी.टेक., एम.टेक., एवं पीएचडी; स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में बीबीए, बी कॉम-ऑनर्स, बीए-ऑनर्स, एमबीए एवं पीएचडी; एवं स्कूल ऑफ़ साइंस में बीएससी-ऑनर्स, एमएससी एवं पीएचडी प्रोग्राम्स संचालित हैं। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है।

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