मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कहते हैं कि- ‘‘हमारा लक्ष्य है कि जशपुर की प्रकृति और संस्कृति को राष्ट्रीय पहचान मिले। जशपुर जम्बूरी 2025 न केवल छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त करेगा, बल्कि पर्यटन, उद्यमिता और सामुदायिक सहभागिता को भी नई ऊर्जा देगा। यह आयोजन राज्य के लिए गौरव और विकास दोनों का प्रतीक बनेगा तथा स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए अवसर खोलेगा। जशपुर जम्बूरी जैसे आयोजन छत्तीसगढ़ को एडवेंचर टूरिज्म हब बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। यह सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक गर्व का भी उत्सव है‘‘।

जशपुर जम्बूरी केवल एक मनोरंजक आयोजन नहीं, बल्कि स्थानीय स्व-सहायता समूहों, युवा कारीगरों, गाइड्स और होमस्टे संचालकों के लिए रोजगार और स्वरोजगार का प्रमुख माध्यम भी है। 2024 में पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम पिछले वर्ष लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ और इस बार इसे और विस्तार देने की तैयारी की गई है।



