बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने ही बेटे के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने सबूत मिटाने के इरादे से शव को प्लास्टिक की बोरी में भरकर मोटरसाइकिल से 12 किलोमीटर दूर जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्या का खुलासा 24 घंटे के भीतर करते हुए मां-बेटे दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरा मामला डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र के गुरामी गांव का है।

घटना की शुरुआत तब हुई जब मंगलवार सुबह गुरामी गांव के जंगल में ग्रामीणों ने एक अज्ञात व्यक्ति का खून से लथपथ शव देखा। शव के पास खून के निशान और संघर्ष के संकेत दिखाई दिए।
ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना डौंडीलोहारा थाना पुलिस को दी। पुलिस टीम और फॉरेंसिक यूनिट मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पोस्टमार्टम और प्रारंभिक जांच के बाद मृतक की पहचान भूषण नेताम (45 वर्ष), पिता लैनूराम नेताम, निवासी अरजपुरी थाना मनचुवा के रूप में की गई। शुरुआती जांच में हत्या की कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आई, लेकिन जब पुलिस ने मृतक के पारिवारिक संबंधों की छानबीन की।
शक की सुई परिवार के सदस्यों की ओर घूम गई। पुलिस ने मृतक की पत्नी और बेटे से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। आरोपी बेटे लीलेश कुमार नेताम ने पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन वह और उसके पिता दोनों शराब पी रहे थे।
नशे की हालत में बाप-बेटे के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि गुस्से में आकर बेटे ने पास में रखे लोहे के धारदार बसूले (कुल्हाड़ीनुमा औजार) से अपने पिता के सिर पर वार कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हत्या के बाद मां सकुल बाई नेताम (44 वर्ष) ने बेटे के अपराध को छुपाने में उसका साथ दिया। दोनों ने मिलकर शव को प्लास्टिक की बोरी में भरकर घर से करीब 12 किलोमीटर दूर गुरामी के जंगल में मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 07 AL 7912) से ले जाकर फेंक दिया। इसके बाद दोनों ऐसे व्यवहार करने लगे मानो कुछ हुआ ही न हो।
पुलिस ने जांच के दौरान जब मृतक की अंतिम गतिविधियों और मोबाइल लोकेशन को ट्रेस किया, तो शक पुख्ता हो गया। पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।



