Thursday, May 16, 2024
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ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में सतत विकास के लिए नवाचार और अनुसंधान पर ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

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रायगढ़। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के स्कूल ऑफ़ साइंस द्वारा ‘इनोवेशन एन्ड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ (ICIRSTSD-23) विषय पर दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 25-26 मई 2023 के दौरान किया जायेगा। स्कूल ऑफ़ साइंस के इस द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन  वर्चुअल माध्यम से किया जाएगा।  सम्मलेन के वाइस चेयरमैन और स्कूल ऑफ़ साइंस के एसोसिएट डीन डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा   ने बताया की  आज दुनिया में उभरती हुई नई-नई डिजिटल टेक्नोलॉजीज तेजी से विकसित हो रही हैं और समसामयिक आवश्यकताओं के अनुरूप इनोवेशन एन्ड रिसर्च की महत्ता बढ़ती जा रही है।   इस अंतर्राष्ट्रीय  सम्मलेन का उद्देश्य दुनिया भर से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी शोधकर्ताओं, इंजीनियरों और वैज्ञानिकों को एक साथ लाना है। इस सम्मेलन का उद्देश्य वर्त्तमान में टिकाऊ नवाचारों, प्रवृत्तियों, और चिंताओं के साथ-साथ व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनाए गए समाधानों को प्रस्तुत करने और चर्चा करने के लिए एक प्रमुख अंतःविषय मंच प्रदान करना है। अकादमिक और उद्योगों के विशिष्ट वक्तागण अनुप्रयुक्त विज्ञान, हाल की प्रौद्योगिकियों, आपदा प्रबंधन और प्रबंधन और मानविकी से संबंधित अन्य क्षेत्रों आदि पर मुख्य रूप से अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। 

ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ आर. डी. पाटीदार  ने कहा की इनोवेशन एन्ड रिसर्च पर आधारित इस सम्मेलन में अनुप्रयुक्त विज्ञान, कंप्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी, डिजास्टर मैनेजमेंट और  इंटर-डिसिप्लिनरी क्षेत्रों मे इनोवेशन, शोध एवं सतत विकास से संबन्धित दुनिया भर के शिक्षाविद, शोधकर्ता, और अन्य सभी संबंधित एकत्रित होकर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श एवं चिंतन कर सम्बंधित क्षेत्रों में सार्थक योजनाओं  के निर्माण की पहल करने का प्रयास करेंगे।   इस दो-दिवसीय सम्मेलन मे उदघाटन एवं समापन सत्रों के आलावा 04 कीनोट सेसंस ,  एवं 10 तकनीकी-सत्र आयोजित किए  जाएंगे।

ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में सतत विकास के लिए नवाचार और अनुसंधान पर ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

सम्मलेन के  उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. विनोद कुमार शर्मा (वरिष्ठ प्रोफेसर-डीएम, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान और उपाध्यक्ष, सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिक्किम), विशिष्ट अतिथि सुश्री शालू जिंदल (कुलाधिपति, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़), विशिष्ट अतिथि श्री गैरी डे ला पोमेराई (UNISDR, UNESCO, UNCRD, काठमांडू के DRR सलाहकार), विशिष्ट अतिथि डॉ. धर्मेंद्र सिंह, (प्रोफेसर-इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग, आईआईटी, रुड़की) एवं ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ आर. डी. पाटीदार का संबोधन होगा।  इनके अलावा कीनोट सेसंस में डॉ किरण बिल्लोरे (प्रोफेसर और प्रमुख, जैव-प्रौद्योगिकी विभाग (मॉडल ऑटोनॉमस कॉलेज, इंदौर), डॉ. जी. डी. शर्मा (प्रोफेसर, भौतिकी विभाग, जोधपुर विश्वविद्यालय, राजस्थान), डॉ अशोक कुमार (एसोसिएट प्रोफेसर, एप्लाइड साइंसेज विभाग, राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान, चंडीगढ़), डॉ प्रशांत मुंडेजा (प्रोफेसर, मैट्स यूनिवर्सिटी, स्कूल ऑफ साइंसेज, रायपुर), डॉ गौतम कुमार पात्रा  (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान, भूतपूर्व डीन स्कूल ऑफ फिजिकल साइंसेज, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर), डॉ देबाशीष डे ( प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल), डॉ. ओ. पी. सिखवाल (प्रोफेसर, गणित विभाग, पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जयपुर), डॉ सैयद मुदस्सिर हुसैन (एसोसिएट प्रोफेसर, विज्ञान संकाय, इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ मदीना, मदीना, किंगडम ऑफ सऊदी अरब), डॉ संजीव राणा (उप प्रबंधक, गुणवत्ता आश्वासन/अनुसंधान एवं विकास जिंदल स्टील एंड पावर, रायगढ़, छत्तीसगढ़ ), डॉ अनुज जैन (प्रोफेसर, अनुप्रयुक्त यांत्रिकी विभाग, एमएनएनआईटीए, प्रयागराज), प्रो. पी.के. बाजपेयी (डीन- भौतिक विज्ञान, शुद्ध और अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग, जीजीयू, बिलासपुर), श्री गैरी डे ला पोमेराई(यूएनआईएसडीआर, यूनेस्को, यूएनसीआरडी, काठमांडू के डीआरआर सलाहकार), डॉ. आशीष कुमार पांडा (केंद्रीय सचिवालय सेवा अधिकारी, भारत सरकार, नई दिल्ली), डॉ. एस. के. सिन्हा (एसोसिएट प्रोफेसर, और प्रमुख, भौतिकी विभाग, बीआईटी मेसरा, पटना कैंपस), डॉ सुशांत सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर, एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बायो-टेक्नोलॉजी, रायपुर), इंजीनियर अवधेश कुमार (सहायक प्रोफेसर, इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी, बरेली, यूपी), डॉ राणा सिंह (निदेशक- सीआईएमपी, पटना), डॉ आई डी तिवारी (प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग और रजिस्ट्रार, IGKSU, खैरागढ़), डॉ रंजन उपाध्याय (सीनियर प्रोफेसर – मैनेजमेंट लर्निंग एंड इनोवेशन, i NURTURE एजुकेशन सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर, कर्नाटक), प्रोफेसर ऋचा अरोड़ा (निदेशक, मानविकी और सामाजिक विज्ञान स्कूल, मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर), डॉ महज़बीन सादरीवाला (सहायक प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, इमाम अब्दुलरहमान बिन फैसल विश्वविद्यालय, सऊदी अरब) एवं डॉ स्वयं प्रभा सत्पथी (मानविकी विभाग, शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर) आदि द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा।

इस सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, पेपर प्रस्तुतियां और तकनीकी सत्र भी शामिल होंगे। सम्मेलन के प्रतिभागियों को इन संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा । सम्मेलन के संयोजक डॉ अंकुर रस्तोगी एवं डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया की इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में प्रतिभागियों द्वारा लगभग 97 शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।   

ज्ञातव्य हो कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से  की गई थी। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।

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