रायगढ़| ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के स्कूल ऑफ़ साइंस द्वारा ‘इनोवेशन एन्ड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ (ICIRSTSD-24) विषय पर दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 30-31 मई 2024 के दौरान किया जायेगा। स्कूल ऑफ़ साइंस के इस तृतीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया जाएगा। सम्मलेन के वाइस चेयरमैन और स्कूल ऑफ़ साइंस के डीन डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा ने बताया की समसामयिक आवश्यकताओं के अनुरूप इनोवेशन एन्ड रिसर्च की महत्ता बढ़ती जा रही है और इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन का उद्देश्य वर्त्तमान में टिकाऊ नवाचारों, प्रवृत्तियों, और चिंताओं के साथ-साथ व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनाए गए समाधानों को प्रस्तुत करने एवं चर्चा करने के लिए एक प्रमुख अंतःविषय मंच प्रदान करना है। अकादमिक और उद्योगों के विशिष्ट वक्तागण अनुप्रयुक्त विज्ञान, हाल की प्रौद्योगिकियों, आपदा प्रबंधन एवं प्रबंधन और मानविकी से संबंधित अन्य क्षेत्रों आदि पर मुख्य रूप से अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ आर. डी. पाटीदार ने कहा की इनोवेशन एन्ड रिसर्च पर आधारित इस सम्मेलन में अनुप्रयुक्त विज्ञान, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, डिजास्टर मैनेजमेंट और इंटर-डिसिप्लिनरी क्षेत्रों मे इनोवेशन, शोध एवं सतत विकास से संबन्धित दुनिया भर के शिक्षाविद, शोधकर्ता, और अन्य सभी संबंधित एकत्रित होकर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श एवं चिंतन कर सम्बंधित क्षेत्रों में सार्थक योजनाओं के निर्माण की पहल करने का प्रयास करेंगे। यह सम्मेलन सहयोग एवं ज्ञान-साझाकरण की शक्ति का प्रमाण होगा और दो दिनों के दौरान प्रतिभागियों को विचारोत्तेजक चर्चाओं में भाग लेने, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और साथियों के अनुभवों से सीखने का अवसर मिलेगा। इस ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर, सभी लोग सतत विकास के लिए एक साझा जुनून और अपने-अपने क्षेत्रों में नवाचार एवं प्रगति को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता से एकजुट होंगे। इस दो-दिवसीय सम्मेलन मे उदघाटन एवं समापन सत्रों के आलावा 04 कीनोट सेसंस एवं 09 तकनीकी-सत्र आयोजित किए जाएंगे।
सम्मलेन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. विनोद कुमार शर्मा (वरिष्ठ प्रोफेसर-डीएम, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान और उपाध्यक्ष, सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिक्किम), विशिष्ट अतिथि श्री गैरी डे ला पोमेराई (UNISDR, UNESCO, UNCRD, काठमांडू के DRR सलाहकार), विशिष्ट अतिथि प्रो वाय. डी. एस. आर्या (कुलपति -इन्वर्टिस विश्वविद्यालय, बरेली ) एवं ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ आर. डी. पाटीदार का संबोधन होगा। इनके अलावा कीनोट सेसंस में देश एवं विदेश से 15 से अधिक विषय विशेषज्ञ जुड़ेंगे और उनके द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा।
इस सम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान, पेपर प्रस्तुतियां और तकनीकी सत्र भी शामिल होंगे। सम्मेलन के प्रतिभागियों को इन संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा । सम्मेलन के संयोजक डॉ अंकुर रस्तोगी एवं डॉ संजय कुमार सिंह ने बताया की इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन में प्रतिभागियों द्वारा लगभग 100 शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा।
ज्ञातव्य हो कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।