UPSC Success Story: यह विशेष रिपोर्ट एक ऐसे युवक की सफलता कहानी प्रस्तुत करती है, जिन्होंने अपने खेतीबाड़ी परिवार के मध्य से उठकर यूपीएससी की परीक्षा में अद्वितीय सफलता प्राप्त की। सुनील कुमार मीणा, जिनके पिता खेती करते हैं, ने अपने संघर्ष, मेहनत और परिश्रम से यूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट पद की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इस कहानी में उनके परिवार की समर्पण और उनके सपनों की पूर्ति की कहानी है, जो दृढ़ संकल्प और मेहनत से सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचे।
यूपीएससी की ओर पहला कदम
UPSC Success Story: सुनील कुमार ने यूपीएससी की परीक्षा के पहले प्रयास में ही यूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा (upsc capf assistant commandant exam) में 187वीं रैंक हासिल की है।
एक किसान के बेटे की महान उपलब्धि
सुनील कुमार मीणा, जो राजस्थान के एक किसान के बेटे हैं, ने यूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट पद के लिए सफलता प्राप्त की है। इस सफलता की कहानी उनके माता-पिता और गांव के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी है।
संघर्ष से सफलता की ओर
सुनील ने इस सफलता के लिए कठिनाइयों का सामना किया है। उनके पिता भौर्या मीणा खेतीबाड़ी में काम करते हैं और उन्होंने अपने 6 बच्चों को पढ़ाने के लिए हर संभव मेहनत की।
परिवार की उच्च शिक्षा का सपना
सुनील के परिवार में उच्च शिक्षा के प्रति गहरा आदर्श था। उनके बड़े भाई और बहनें भी अपने क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर चुके हैं।
उन्होंने संघर्ष का सामना किया
सुनील ने परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग नहीं लिया और अपने कमरे और पुस्तकालय में ही पढ़ाई की। उन्होंने अपने सपनों के पीछे लगने का संकल्प दिखाया।
आगे की पढ़ाई का मार्ग
सुनील ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से बीए और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से भूगोल में एमए की डिग्री हासिल की। उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी भी की।
सपनों की पूर्ति
सुनील की मेहनत और संघर्ष ने उन्हें यूपीएससी सीएपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा में सफलता दिलाई। उनका यह सफर अब जयपुर में आईएएस की तैयारी के साथ जारी है।