छत्तीसगढ़। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में वन अपराधों की रोकथाम के लिए सघन अभियान जारी है। इस कड़ी में वन विभाग को बाघ के तस्कर गिरोह को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है, जिससे अब तक 39 आरोपियों को जेल भेजा गया है। संयुक्त टीम ने वन्यजीव के तस्करी के प्रकरण में सबसे बड़ी कार्रवाई की है और इस सफलता में पुलिस विभाग का भी बड़ा योगदान रहा।
बरामद हुई सामग्री
प्रकरण में आरोपियों से बाघ की खाल, 02 नग हिरण के सींग एवं बाघ की हड्डियां, तेंदुआ का खाल, कोटरी सींग-2 नग, कोटरी का कपाल -01 नग, उल्लू का कपाल, उल्लू का पंजा-02 नग, सांबर का सींग-02 नग, भालू का नाखून-04 नग, कार, मोटरसायकल, मोबाईल फोन, जी.आई.तार. का फंदा आदि सामग्री बरामद की गई है।
पकड़े गए आरोपी की संख्या | जेल भेजे गए आरोपी की संख्या | फरार आरोपी की संख्या |
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39 | 39 | 07 |
वन विभाग की कठिनाईयों का उदाहरण
प्रकरण में मुख्य रूप से इन आरोपियों के संगठन का उदाहरण दिया गया है जो बाघ, तेंदुआ, कछुआ, और अन्य वन्यजीवों की खाल और अंगों की खरीद-बिक्री में संलिप्त रहे। यह संगठन राज्य के वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 का उल्लंघन करके वन व्यापार कर रहा था।
सफलता के पीछे टीम का संयुक्त प्रयास
इंद्रावती टायगर रिजर्व के उप संचालक, धम्मशील गणवीर ने बताया है कि यह सम्पूर्ण कार्यवाही संयुक्त रूप से टीम गठित कर की गई है। जिसमें उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व के उप संचालक श्री वरून जैन, वनमण्डलाधिकारी दुर्ग श्री शशी कुमार, शशिगानंदन वनमण्डलाधिकारी पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं सबंधित वनमण्डल के टीम द्वारा इस बड़े तस्कर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है।