रायपुर। श्रीमंत झा ने अब एशिया कप को भी अपने नाम कर लिया है। उन्होंने पैरा आर्म्रेसलिंग में एशिया कप में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। उज़्बेकिस्तान में एशिया कप पैरा आर्म्रेसलिंग चैंपियनशिप में पहुँचने से पहले उन्होंने हर वो मेडल जीत लिया था, जो वो जीत सकते थे। पीआईयूएच वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए श्रीमंत झा किर्गिस्तान की चोलपोनबाई झारकुलोव को हराकर जीता ब्रॉन्ज।
उन्होंने इसके लिए स्पोर्ट मिनिस्टर नुराग ठाकुर और जिंदल स्टील एंड पावर के अध्यक्ष नवीन जिंदल को धन्यवाद दिया। श्रीमंत ने कहा की अपनी जीत के बाद यह मेरे लिए एक विशेष जीत है क्योंकि 3 साल के टूर्नामेंट के अंतराल के बाद यह मेरे लिए पहली विश्व चैंपियन जीत है, श्रीमंत का आगामी होने वाले अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट पर है,उन्होंने कहा की मैं आज जो हासिल किया उसे दोहराना चाहूंगा।
श्रीमंत ने 44वां अंतर्राष्ट्रीय पदक हासिल किया। वो वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर हैं।
उन्होंने ये मेडल भारत के शहीद जवानों को समर्पित किया हैं और पदक जीतने का सारा श्रेय अपने माता-पिता और जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल को दिया हैं उन्होंने कहा की उनके आशीर्वाद और समर्थन के कारण ही मैं आज इस मुकाम पर हूं। श्रीमंत झा की एक और ख़ास बात ये है कि वो अपने किसी भी प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं होते हैं और बेहतर करने का प्रयास करते रहते हैं।