रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार भाजपा ने बना ली है लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा उसका नाम अब तक तय नहीं हो पाया है। भाजपा छत्तीसगढ़ में पर्यवेक्षक बनाकर भेज चुकी है। अब ऐसा माना जा रहा है कि बहुत जल्द छत्तीसगढ़ को उसका मुख्यमंत्री मिल सकता है। इसी बीच दिल्ली में पीएम मोदी सांसदों से चर्चा भी कर रहे हैं। हालांकि चर्चा में संसद सत्र पर भी बात हो रही है लेकिन सीएम के नाम पर भी ध्यानांकर्षण की बात है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के साथ प्रदेश के वह सांसद जिन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़़ा और जीता है उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जिसमें बिलासपुर से सांसद रहे अरुण साव, सरगुजा सांसद रेणुका सिंह, रायगढ़ सांसद गोमती साय ने इस्तीफा दिया है। हालांकि विजय बघेल भी इस लिस्ट में शामिल हो सकते थे लेकिन वह अपना चुनाव हार गए है। इस नाते विजय बघेल फिलहाल दुर्ग से सांसद बने रहेंगे। इस इस्तीफे के बाद दिल्ली में पीएम मोदी ने सभी सांसदों के सांथ बैठकर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को लेकर राय मशवरा की है इन्हीं चर्चाओं के साथ छत्तीसगढ़ में ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश में आने वाले 8 दिसंबर को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा।
कौंन हो सकता है सीएम
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कौंन होगा उसको लेकर बाजार गर्म है। भाजपा में बड़े नेताओं को सुरक्षा देने पुलिस का बल तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की रेस में सबसे पहला नाम ओबीसी चेहरे के रूप में अरुण साव का चल रहा है वहीं आदिवासी चेहरे कि अगर बात करें विष्णु देव साय का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं बीजेपी छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को लेकर पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को दर्किनार नहीं कर पा रही है इस लिए उनकी वरिष्ठता को भी ध्यान में रखा जा रहा है। अगर पार्टी किसी पर भी विचार नहीं कर पाई तो अंत में डॉ रमन ही मुख्यमंत्री होंगे। क्योकि यह साफ है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा प्रत्याशी से लेकर मिलने वाली जीत का पूरा श्रेय रमन सिंह को जा रहा है। तो पार्टी अंतिम फैसले के रूप में रमन सिंह को सीएम बना सकती है।