- हरियाणा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अपने कारखानों में जीरो वेस्ट की दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों के लिए कंपनी को मिला टोटल रिसोर्स यूज एंड एफिशिएंसी (ट्रू) गोल्ड सर्टिफिकेशन
- पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को न्यूनतम करने की दिशा में समर्पित प्रयासों पर फोकस करते हुए फ्लिपकार्ट का उद्देश्य अपने सभी कारखानों से लैंडफिल्स तक पहुंचने वाले कचरे को शून्य करना है, इसके लिए कंपनी जिम्मेदार कचरा प्रबंधन (रेस्पॉन्सिबल वेस्ट मैनेजमेंट) पर जोर दे रही है
नई दिल्ली, 29 नवंबर, 2023: फ्लिपकार्ट ग्रुप ने भारत में बढ़ते लैंडफिल्स की गंभीर समस्या से सफलतापूर्वक निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने पिछले एक साल में सफलता के साथ करीब 3000 टन गैर-खतरनाक ठोस कचरे (नॉन हजार्डस सॉलिड वेस्ट) को लैंडफिल्स में पहुंचने से रोका है। जीरो वेस्ट की दिशा में अपने प्रयासों के लिए कंपनी के चार कारखानों को टोटल रिसोर्स यूज एंड इफिशिएंसी (ट्रू) गोल्ड सर्टिफिकेशन भी मिला है। ट्रू-सर्टिफाइड प्रोजेक्ट के लिए रिसोर्स मैनेजमेंट के लिए तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करना अनिवार्य होता है।
ऐसे प्रोजेक्ट के तहत कारखाने से निकलने वाले कम से कम 90 प्रतिशत कचरे को लैंडफिल्स में पहुंचने, जलाए जाने और कहीं फेंक दिए जाने से बचाते हुए अन्यत्र प्रयोग में लाना होता है। फ्लिपकार्ट के ट्रू सर्टिफिकेट प्राप्त कारखाने फर्रुखनगर (हरियाणा), उलुबेरिया (पश्चिम बंगाल), मलूर (कर्नाटक) और रेनेसेंस (महाराष्ट्र) में हैं और कुल 18 लाख वर्ग फीट में फैले हैं। फ्लिपकार्ट ने सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दिखाई है और जीरो वेस्ट पॉलिसी को अपनाया है। इसके तहत जिम्मेदारी के साथ उपभोग करने (रेस्पॉन्सिबल कंजम्प्शन), पुन: प्रयोग करने (रीयूज) और जलाए जाने एवं लैंडफिल्स में फेंके जाने से बचाते हुए प्रोडक्ट्स, पैकेजिंग एवं मैटेरियल्स को रिकवर करने जैसे कदम शामिल हैं। इस प्रयास के तहत कंपनी ने न केवल सर्टिफिकेशन की शर्तों को पूरा किया है, बल्कि शर्तों से आगे जाते हुए सफलता प्राप्त की है। कंपनी ने अपने चारों कारखानों से निकलने वाले 97 प्रतिशत कचरे को लैंडफिल्स में पहुंचने एवं जलने से बचाया है।
इस सर्टिफिकेशन ने फ्लिपकार्ट को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील संस्थान के रूप में अग्रिम पंक्ति में खड़ा कर दिया है। ये सर्टिफिकेशन कंपनी की जीरो वेस्ट इनिशिएटिव्स की सफलता को दर्शाते हैं और कंपनी को रणनीतिक एवं वित्तीय रूप से जिम्मेदार संस्थान के रूप में स्थापित करते हैं। फ्लिपकार्ट एक कंपनी के रूप में अपने परिसर से निकलने वाले सभी पेपर एवं प्लास्टिक स्क्रैप के लिए सर्कुलर इकोनॉमी तैयार करने की दिशा में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस दिशा में फ्लिपकार्ट ने अपने वेयरहाउस में ‘क्लीन कैंपस मूवमेंट‘ शुरू किया है, जिससे कर्मचारियों को इस मामले में जागरूक किया जा सके। कंपनी पैकेजिंग कंजम्प्शन एवं स्क्रैप डिस्पोजल के बीच संतुलन बनाएगी और उसी स्क्रैप को नए प्रोडक्शन के दौरान कच्चे माल के रूप में प्रयोग करने के लिए सस्टेनेबल साइकिल तैयार करेगी। इस पहल से प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग और ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने में भी मदद मिलेगी और यह भी सुनिश्चित होगा कि कचरा लैंडफिल्स में न फेंका जाए। 13 स्थानों पर सर्कुलर इकोनॉमी की प्रकिया को शुरू किया गया है और फ्लिपकार्ट के परिचालन में निकलने वाले करीब 50 प्रतिशत पेपर स्क्रैप का इसमें प्रयोग हो रहा है।
जीरो वेस्ट पॉलिसी और ट्रू गोल्ड सर्टिफिकेशन को लेकर फ्लिपकार्ट ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और सप्लाई चेन, कस्टमर एक्सपीरियंस एवं रीकॉमर्स के प्रमुख हेमंत बद्री ने कहा, ‘सस्टेनेबिलिटी को लेकर अपने लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में हमारे प्रयास व्यापक परिवर्तन लाने वाले हैं। ये हमारे सतत इनोवेशन एवं जिम्मेदारी की भावना को दिखाते हैं। इस सफर में ग्रीन बिजनेस सर्टिफिकेशन इंक द्वारा हमें दिए गए चार ट्रू गोल्ड सर्टिफिकेशन एक और महत्वपूर्ण पड़ाव हैं, क्योंकि हम इस उद्योग में सस्टेनेबल ई-कॉमर्स को लेकर नए मानक स्थापित करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। संसाधनों को सही प्रकार से प्रयोग करने (रिसोर्स इफिशिएंसी) और कचरे को न्यूनतम रखने की नीति को अपनाते हुए कंपनी के रूप में फ्लिपकार्ट में हमारा भरोसा है कि यह ई-कॉमर्स पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ अधिकतम मूल्य प्राप्त करने का माध्यम भी बन सकता है। ये सर्टिफिकेशन पर्यावरण के अनुकूल कारोबार का मौका देने और हमारे कारोबार एवं हमारी दुनिया को प्रभावित करने वाले कदम अपनाने को लेकर किए गए हमारे वादे को प्रमाणित करने वाले हैं।’
इस उपलब्धि को लेकर फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘वर्तमान समय में हर कंपनी को जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने की दिशा में गंभीरता से काम करना चाहिए और ऐसा तभी संभव होगा, जब कुछ सख्त निर्णय लिए जाएंगे। सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करना और जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में योगदान देना एक जिम्मेदारी है, जिसे फ्लिपकार्ट ग्रुप ने गंभीरता से अपनाया है। हमारी जीरो वेस्ट पहल के लिए हमें मिले ट्रू गोल्ड सर्टिफिकेशन इस मिशन को लेकर हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।’
यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (यूएसजीबीसी) और जीबीसीआई के प्रेसिडेंट एवं सीईओ पीटर टेंपलटन ने कहा, ‘कंपनियों को ऑपरेशंस के दौरान कचरा उत्पादित करने की मौजूदा प्रक्रियाओं से आगे बढ़ना होगा और उन्हें गंभीरता के साथ इस सोच को अपनी प्राथमिकता में लाना होगा कि कैसे अपनी प्रक्रियाओं को रीडिजाइन करें, जिससे कम से कम कचरा उत्पादित हो। कंपनियों में जीरो वेस्ट वाली प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए पुनर्विचार (रीथिंकिंग), पुन: प्रशिक्षण (रीट्रेनिंग), नए टूल्स एवं मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है, जिससे कचरा प्रबंधन के मौजूदा स्वरूप को बदलना संभव होगा। फ्लिपकार्ट के नेतृत्व का प्रयास कर्मचारियों, समुदायों और उपभोक्ताओं के लिए इस दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर रहा है।’
सस्टेनेबिलिटी को लेकर फ्लिपकार्ट की सक्रियता पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के अनुरूप है और यह उन उपभोक्ताओं की भावनाओं के भी अनुरूप है, जो जिम्मेदारी से कदम उठाने वाली और अच्छे उद्देश्य से काम करने वाली कंपनियों को लेकर प्रतिबद्ध होते हैं। अपने व्यापक सस्टेनेबिलिटी विजन के तहत फ्लिपकार्ट ने 2021 से अपने सभी वेयरहाउस में 100 प्रतिशत पेपर-बेस्ड पैकेजिंग शुरू कर दी है। इससे प्लास्टिक फुटप्रिंट में उल्लेखनीय कमी आई है, जो सस्टेनेबिलिटी की दिशा में कंपनी की बड़ी पहल है। कंपनी ने लॉजिस्टिक्स फ्लीट का इलेक्ट्रिफिकेशन किया है, कम ऊर्जा का प्रयोग करने वाली प्रक्रियाएं अपनाई हैं और रीन्यूएबल एनर्जी के प्रयोग को बढ़ाया है। कंपनी ने ग्रीन बिल्डिंग, सस्टेनेबल पैकेजिंग को भी बढ़ावा दिया है, जो अपने परिचालन को ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में कंपनी के सतत प्रयासों का प्रमाण है।