Raipur News : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर में मंगलवार को 20 वर्षीय युवक को ब्रेन डैड रोगी (Brain Dead ) की किडनी प्रत्यारोपित की गई। युवक की गंभीर स्थिति थी मगर परिजनों की किडनी मैच न हो पाने की वजह से किडनी ट्रांसप्लांट संभव नहीं हो पा रहा था। किडनी को एम्स तक पहुंचाने के लिए रायपुर में ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया।
जांजगीर चांपा निवासी 20 वर्षीय युवक को दो वर्ष से किडनी संबंधी दिक्कत थी। एक साल से डायलिसिस चल रही थी। पिछले एक सप्ताह से युवक का गंभीर स्थिति में एम्स में उपचार चल रहा था। परिजन किडनी देने को तैयार थे परंतु मैच न हो पाने की वजह से प्रत्यारोपण संभव नहीं हो पा रहा था।
एक निजी अस्पताल में 52 वर्षीय ब्रेन डैड रोगी (Brain Dead ) की किडनी के बारे में जानकारी मिलने पर तुरंत ग्रीन कॉरिडोर बनाकर किडनी को एम्स पहुंचाया गया जहां देर शाम तक सर्जरी कर युवक को किडनी प्रत्यारोपित की गई।
ब्रेन डैड रोगी (Brain Dead ) की किडनी को अन्य अस्पताल प्रत्यारोपित करने के लिए तैयार नहीं थे मगर एम्स के चिकित्सकों ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए युवक को किडनी का प्रत्यारोपण किया।
किडनी ट्रांसप्लांट में अस्सिटेंट नर्सिंग ऑफिसर विशोक, विनीता और अंबे का योगदान रहा। किडनी प्रत्यारोपण में यूरोलॉजी विभाग के डॉ. अमित शर्मा, डॉ. सत्यदेव शर्मा, डॉ. दीपक बिस्वाल, नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. विनय राठौड़, डॉ. रोहित और एनेस्थिसिया विभाग के डॉ. सुभ्रत सिंघा और डॉ. महेंद्र शामिल थे।