West Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच 73 हजार से अधिक सीटों पर मतदान हुआ। मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। केंद्रीय बलों के साथ 19 राज्यों की सशस्त्र पुलिस भी बंगाल में तैनात है, जिन्हें चुनाव के दौरान सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है।
पंचायत चुनाव में हिंसा की घटनाएं
पश्चिम बंगाल में भारी हिंसा के बीच शनिवार को पंचायत चुनाव संपन्न हुए। इस दौरान राज्य भर से हिंसा की घटनाएं सामने आईं, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं, मत पेटियों में तोड़फोड़ की गई और कई गांवों में प्रतिद्वंद्वियों परबम फेंके गए। इससे पहले साल 2003 के पंचायत चुनाव में मतदान के दिन 40 से अधिक लोग मारे गए थे। शनिवार को अधिकारियों ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में आधी रात के बाद से हुई हिंसा में सत्तारूढ़ टीएमसी के आठ और भाजपा, सीपीएम तथा कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता सहित 12 लोगों की मौत हो गई।
राज्यपाल का बयान
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पंचायत चुनावों के दौरान राज्य भर में हिंसा की घटनाओं की निंदा की है। उन्होंने कहा कि स्थिति काफी चिंतित करने वाली है। बोस ने मतदान के दौरान उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में विभिन्न स्थानों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि आम लोगों की शिकायतों के समाधान के लिए राजभवन में ‘पीस होम’ का आयोजन जारी रखेंगे।
नदिया में हिंसक झड़प
नदिया जिले में पंचायत चुनाव के दौरान शनिवार को दो पार्टियों के सदस्यों के बीच हिंसक झड़प में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नदिया के छपरा ब्लॉक के अंतर्गत कल्याणदाहा में सत्तारूढ़ टीएमसी और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प हुई। हिंसक झड़प में घायल टीएमसी समर्थक अमजद हुसैन को छपरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। टीएमसी विधायक रुकबानुर रहमान ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के गुंडों ने हमारे समर्थकों पर उस वक्त धारदार हथियारों से हमला किया, जब वे वोट डालने जा रहे थे।
हिंसा और हत्या
पश्चिम बंगाल में हिंसा और हत्या की चिंता हो रही है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि मैंने जमीन पर जो देखा है वह बहुत परेशान करने वाला है, वहां हिंसा और हत्या हो रही है। एक बात जो मैंने देखी है वह यह है कि गरीब लोग ही मारे जाते हैं, हत्ययारे भी गरीब हैं। हमें गरीबी को खत्म करना चाहिए लेकिन इसके बजाय हम गरीबों को मार रहे हैं। बंगाल इसके लायक नहीं है।
भाजपा विधायक ने उठाए सवाल
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा पर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि बूथों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, राज्य पुलिस भी मौजूद नहीं थी। आज 18 लोगों की हत्या कर दी गई है…हमने घटना के संबंध में राज्य चुनाव आयोग को लिखा है।
चुनाव आयोग के दफ्तर पर लगाया ताला, दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
देर शाम भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे। उनके साथ सैकड़ों समर्थक भी थे। इस दौरान उन्होंने और भाजपा के नेताओं ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर मतदान के दौराई हुई हिस्सा का विरोध जाताया। इस दौरान शुभेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग के दफ्तार के बाहर गेट पर ताला लगा दिया और विरोध प्रदर्शन करने पर धरने पर बैठ गए।