Raigarh News : जिंदल स्टील एंड पॉवर (Jindal) में कार्यरत ठेका श्रमिकों की समस्याओंं के संबंध में अनुविभागीय दंडाधिकारी ने संबंधित ठेकेदारों और कंपनी प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई। बैठक में श्रमिकों की समस्याओं के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई और कंपनी प्रतिनिधियों एवं ठेकेदारों ने उन्हें विस्तृत रूप से बिंदुवार जानकारी दी। अधिकारियों ने ठेकेदारों को स्पष्ट हिदायत दी कि भविष्य में यदि आपकी लापरवाही से कानून—व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति बनी, तो विधि अनुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिंदल स्टील एंड पॉवर (Jindal) में कार्यरत ठेका श्रमिकों ने पिछले महीने अपनी कुछ समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। जेएसपी प्रबंधन ने इस संबंध में पहल करते हुए ठेकेदारों से इन श्रमिकों की समस्याओं और मांगों के संबंध में पूरी जानकारी ली। बुधवार की शाम अनुविभागीय दंडाधिकारी गगन शर्मा ने पुलिस नियंत्रण कक्ष में ठेकेदारों की बैठक आयोजित की। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस धर्मजयगढ़ दीपक मिश्रा, थाना प्रभारी कोतरा रोड विजय चेलक भी उपस्थित रहे। जेएसपी प्रबंधन (Jindal) की ओर से एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट संजीव चौहान, हेमंत वर्मा, सुभाष चंदर, संदीप सिंह एवं सुधीर राय बैठक में उपस्थित रहे।
बैठक में एसडीएम ने ठेकेदारों को संबोधित करते हुए कहा कि विगत माह जेएसपी संयंत्र और किरोड़ीमल नगर के बीच व्यस्त क्षेत्र में सड़क जाम कर कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। इस दौरान ठेकेदारों ने भी अपनी भूमिका का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन नहीं किया, इससे स्थिति बिगड़ी। यह भी संज्ञान में आया कि ठेकेदारों और श्रमिकों के बीच उचित संवाद की कमी की वजह से यह संशय की स्थिति बनी। उन्होंने हिदायत दी कि भविष्य में किसी तरह की लापरवाही की वजह से यदि कानून व्यवस्था बिगड़ती है या सड़क जाम होने की स्थिति बनती है, तो ठेकेदारों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी और विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी।
एसडीओपी ने कहा कि अपने श्रमिकों को समझाने की जिम्मेदारी उनके नियोक्ता यानी ठेकेदारों की है। यदि इस वजह से आम जनता को परेशानी होती है, सड़क पर चक्काजाम, तोड़फोड़ होती है तो कानून हाथ में लेने वालों के साथ ही ठेकेदारों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जेएसपी प्रबंधन को निर्देश दिए कि सभी ठेकेदारों और उनके माध्यम से कार्यरत श्रमिकों का पूरा विवरण पुलिस को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने ठेकेदारों को सख्त निर्देश दिए कि श्रमिकों की नियुक्ति से पहले उनका पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से कराएं। ऐसा नहीं होने पर पूरी जिम्मेदारी ठेकेदारों की होगी।
जेएसपी (Jindal) के ईवीपी चौहान ने बैठक में कहा कि संयंत्र में शासन—प्रशासन द्वारा तय कानूनों, नियमों और मानकों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जाता रहा है। विगत माह जो स्थिति बनी वह दुर्भाग्यपूर्ण थी और कहीं न कहीं इसके पीछे ठेकेदारों और उनके माध्यम से कार्यरत श्रमिकों के बीच संवाद में कमी भी प्रमुख कारण रही। प्रबंधन हमेशा से ही श्रमिकों के हित और सुरक्षा को प्राथमिकता देता रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।