नेशनल डेस्क। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान लगभग अंतिम दौर में है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के कार्यक्रम के अनुसार रविवार, 3 दिसंबर को नतीजे भी घोषित हो जाएंगे। अब अंतिम नतीजों से पहले देश की जनता को इंतजार Exit Polls का है। संभावनाएं हैं कि गुरुवार शाम पांचों राज्यों के अनुमान जारी हो जाएंगे।
कब होंगे जारी
बीते महीने ही आयोग ने मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम के लिए चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया था। तब ECI ने एग्जिट पोल्स को लेकर भी निर्देश जारी किए थे। इसके तहत 7 नवंबर को सुबह 7 बजे से लेकर 30 नवंबर को शाम 6:30 तक एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ऐसे में संभावनाएं हैं कि 6:30 के बाद एजेंसियां एग्जिट पोल जारी कर सकती हैं।
कहां देखें
सी-वोटर, चाणक्य, माय ऐक्सिस जैसी तमाम एजेंसियों की तरफ से जुटाए गए डेटा को कई न्यूज चैनल्स देर शाम प्रस्तुत कर देंगे। गुरुवार शाम आंकड़े जारी होते ही लाइव हिन्दुस्तान के पाठक भी वेबसाइट पर ताजा अपडेट्स देख सकेंगे। एग्जिट पोल्स के बारे में विस्तार से जानने के लिए लाइव हिन्दुस्तान पर क्लिक करें। एग्जिट पोल्स के लाइव अपडेट्स के साथ-साथ वोट शेयर, वोट पर्सेंटज, क्षेत्र वार अनुमान, हॉट सीट्स पर विश्लेषण भी यहां आसानी से हासिल कर सकेंगे।
पांच राज्यों में चुनाव
मध्य प्रदेश: 230 सीटों वाले राज्य में फिलहाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। आमतौर पर राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता है। हालांकि, यहां मैदान में समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी भी मौजूद हैं। 2018 में यहां कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि, भाजपा के खाते में 109 सीटें आई थीं।
राजस्थान: सत्ता परिवर्तन के रिवाज के लिए मशहूर राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कप्तानी में कांग्रेस ऐतिहासिक जीत तलाश रही है। वहीं, भाजपा रिवाज बरकरार रखने की कोशिश में है। 2018 में 199 सीटों में से भाजपा ने 73 और कांग्रेस ने 100 सीटें जीती थीं।
छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक बार फिर जीत दोहराने की कोशिश में हैं। वहीं, भाजपा ने राज्य में अब तक अपने सीएम फेस का खुलासा नहीं किया है। साल 2018 के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस ने 68 सीटों के साथ बहुमत हासिल की थी। जबकि, सत्तारूढ़ भाजपा 15 पर सिमट गई थी।
तेलंगाना: जीत की हेट्रिक की योजना बना रही भारत राष्ट्र समिति (पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति) को राज्य में कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलती दिख रही है। इधर, दक्षिण भारत में एंट्री की कोशिश में लगी भाजपा भी दम भर रही है। 2018 में यहां मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी को 88 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि, कांग्रेस 21 पर ही रह गई थी। राज्य में कुल 119 सीटें हैं।
मिजोरम: पूर्वोतर राज्य मिजोरम में कुल 40 सीटों पर मुकाबला है। 2018 विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने 26 सीटें अपने नाम की थीं। जबकि, कांग्रेस 5 और भाजपा महज 1 सीट पर ही सिमटकर रह गई थी।