Raipur News : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के अध्यक्ष अमित जोगी (Amit Jogi) ने सोमवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट की। इस भेंट के कई मायने निकल के सामने आ रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे है कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह से मुलाकात के बाद अमित जोगी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
वहीं आने वाले तीन महीने में लोकसभा चुनाव होना है जिसकी तैयारी प्रदेश भाजपा ने कर ली है। इस शिष्टाचार भेंट के बाद यदि अमित जोगी भाजपा में शामिल होते है तो उन्हें कोरबा से लोकसभा प्रत्याशी बनाया जा सकता है। हालांकि इस संबंध में अमित जोगी की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
बता दें कि अमित जोगी (Amit Jogi) पूर्व मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी के पुत्र हैं और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी पार्टी प्रमुख भी हैं। विगत विधानसभा चुनाव 2023 में अमित जोगी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और हार गए। अमित जोगी कुछ दिनों पहले ही अपनी मां रेणु जोगी के साथ प्रदेश के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साव से भी मिलने पहुंचे थे। जिसकी तस्वीरें उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की थीं।
विस चुनाव में पार्टी का नहीं खुला खाता : 2023 विधानसभा में पार्टी का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा। 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान जोगी कांग्रेस ने बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। 2018 के चुनाव में जोगी कांग्रेस को 5 सीटें मिली थी। इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी अपना खाता नही खोल पाई। अमित जोगी ने भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें सिर्फ 4822 वोट मिले थे।
15 दिन पहले हुई थी समीक्षा बैठक : विधानसभा चुनाव के बाद 24 दिसंबर में जोगी कांग्रेस की बड़ी बैठक सागौन बंगला रायपुर में रखी गई थी। इसमें विधानसभा चुनाव के सभी प्रत्याशी, पदाधिकारियों की समीक्षा की गई। साथ ही 2024 में होने वाले लोकसभा, नगरी निकाय और पंचायत चुनावों की रणनीति तय की गई थी। इस दौरान अमित जोगी (Amit Jogi) ने सभी लोगों से व्यक्तिगत तैयार पर सुझाव भी मांगा था। सूत्रों की मानें तो इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने बीजेपी में विलय करने का सुझाव भी दिया था। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अमित जोगी की अचानक मुलाकात के बाद विलय की चर्चाएं तेज हो गई है।