Brihaspat Singh And Vinay Jaiswal Expelled From Congress : कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद हाहाकार मचा हुआ है। टिकट कटने और हारने वाले नेताओं का बयान लगातार सामने आ रहा है। पार्टी स्तर से इन्हें नोटिस भी जारी किया जा रहा है। बावजूद इसके कांग्रेस में खलबली मची हुई है। इस बीच गुरूवार को टिकट कटने वाले कई नेता मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक विनय जायसवाल के घर बैठक कर रहे थे। तभी पार्टी ने दो पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह (Brihaspat Singh) और विनय जायसवाल को 6 सालों के लिए कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया।
दोनों नेताओं ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की थी। दोनों को नोटिस जारी करने के बाद कार्रवाई की गई है। विनय जायसवाल के घर पर कांग्रेस नेता गुरुवार को बैठक कर रहे थे। इसमें बृहस्पत सिंह (Brihaspat Singh), शिशुपाल सोरी, पद्मा मनहर, मोतीलाल देवांगन, चंद्रदेव राय, ममता चंद्राकर, अनीता शर्मा, चुन्नीलाल साहू, भुवनेश्वर बघेल समेत कई पूर्व विधायक मौजूद रहे।
बृहस्पत सिंह के साथ बस्तर और अन्य विधानसभा के पूर्व विधायक इक_ा हुए। हार के लिए जिम्मेदार लोगों की सूची और कारण बनाकर दिल्ली में सौंपने की तैयारी की जा रही थी। बैठक में शामिल होने आए विधायकों का कहना है कि किस सर्वे के आधार पर हमारा टिकट काटा गया यह बताया जाए। हम भी उस एजेंसी को खोज रहे हैं। और टिकट काटने के बाद भी परिणाम क्या रहे ये भी देखा जाए।
बृहस्पत ने टीएस सिंह देव को बताया हार का जिम्मेदार : पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने 2023 विस चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और टीएस सिंहदेव को न केवल जिम्मेदार ठहराया, बल्कि सैलजा के विरूद्ध अभद्र टिप्पणी भी की। इस बयान के मुताबिक बृहस्पत सिंह का कहना था कि टीएस सिंहदेव गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठते थे और सैलजा वीडियो रील्स बनाती थीं। बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव के एक विभाग से मंत्री पद छोडऩे से बीजेपी को कांग्रेस को घेरने का मौका मिलने की भी बात कही थी।
प्रदेश प्रभारी पर पैसे लेने का आरोप विनय ने लगाया : दूसरी ओर मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक विनय जायसवाल ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिव चंदन यादव पर टिकट के लिए 7 लाख रुपए लेने का आरोप लगा दिया। पैसे लेने के बाद भी टिकट नहीं मिलने की बात कही। बता दें कि कांग्रेस ने विनय जायसवाल की टिकट काटकर दूसरे प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा था।