CG Election 2023 : छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी (Bjp-Congress) दोनों ने घोषणा पत्र जारी कर दिया है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र को ‘मोदी की गारंटी‘ नाम दिया है तो कांग्रेस ने मैनिफेस्टों को ‘भरोसे का‘ घोषणा पत्र बताया है। दो चरणों में हो रहे इन चुनावों में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होनी है।
अपने घोषणा पत्रों में जनता से जुड़े हुए कई सारे मसलों पर दोनों पार्टियों के वादे करीब-करीब एक जैसे हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियाें की घोषणा पत्र में धान खरीदी फिर से महत्वपूर्ण मुद्दा बना है। धान के मुद्दे पर ही दोनों पार्टियों का विश्वलेषण करेंगे तो 5 सालों में कांग्रेस की तुलना में बीजेपी किसानों को बिना कर्जमाफी के 21 हजार रुपए ज्यादा दे रही है।
धान को लेकर पहले कांग्रेस (Bjp-Congress) की घोषणा पत्र पर गौर करें तो 32 सौ रुपए की दर से प्रति एकड़ 20 क्विंटल खरीदी करने का वायदा किया है। वहीं किसानों का कर्जमाफी का भी ऐलान किया है। मतलब एक साल में कांग्रेस प्रदेश के किसानों को प्रति एकड़ 64 हजार रुपए देगी। पांच सालों में 3 लाख 20 हजार रुपए देगी। वहीं नियमों के मुताबिक प्रति एकड़ 24 हजार रुपए ही कर्ज माफी कर सकती है। इस हिसाब से प्रदेश के किसानों को कांग्रेस 3 लाख 44 हजार रुपए का फायदा पहुंचा सकती है।
वहीं बीजेपी (Bjp-Congress) की बात करें तो वह प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी करेगी। साथ ही धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये देगी। साथ ही केंद्र की मोदी सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तरह प्रदेश के अन्नदाताओं को सालाना 6 हजार रुपए तीन किश्तों में देने का भी वायदा किया है। इसके अलावा 2016-17 और 2017-18 में 300 रुपए बचत बोनस देने का भी ऐलान किया है।
बीजेपी 21 क्विंटल प्रति एकड़ 31 सौ रुपए की दर से प्रति एकड़ 65 हजार 100 रुपए सालाना धान खरीदी के हिसाब से पांच सालों में 3 लाख 25 हजार रुपए देगी। वहीं प्रति एकड़ किसानों को 54 सौ रुपए बोनस का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। वहीं प्रति साल 6 हजार रुपए के मान से पांच सालों में 30 हजार रुपए अतिरिक्त मिलेगा। इन सब को मिलाकर बीजेपी पांच सालों में किसानों को 3 लाख 65 हजार रुपए देगी जो कांग्रेस की तुलना में 21 हजार रुपए ज्यादा है।