Dengue Diet: डेंगू का सीजन आते ही खासकर मॉनसून के दौरान इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू के लक्षण जैसे कि तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द आदि को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इसे धीमी प्रक्रिया में लेने से इलाज करने में विलम्ब हो सकता है। डेंगू के समय प्लेटलेट्स भी तेजी से गिरने लगते हैं, इसलिए अपने खानपान को सही ढंग से समझें और संतुलित आहार का पालन करें। इस आर्टिकल में, हम जानेंगे कि डेंगू के समय कौन-कौन सी चीजें खाने और कौन-कौन सी चीजें अवश्य न खाने चाहिए।
मसालेदार भोजन से बचें (Avoid Spicy Food)
डेंगू के मरीजों को मसालेदार खाने से दूर रहना चाहिए। इसमें मौजूद मसाले पेट में एसिड बढ़ा सकते हैं और अल्सर की समस्या को बढ़ा सकते हैं, जिससे ठीक होने में अधिक समय लग सकता है। इसलिए इस समय आप तले हुए, मसालेदार और तीखे खाने से बचें, जिससे पेट की समस्याएं न बढ़ें।
कॉफी से बचें (Avoid Coffee)
डेंगू में कॉफी या कैफीन से जुड़ी चीजों का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इस समय हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स और कैफीनयुक्त ड्रिंक्स से दूर रहें क्योंकि ये दिल की धड़कन बढ़ाने, थकान और मांसपेशियों की समस्या को बढ़ाते हैं। अधिक कॉफी का सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है जिससे रोगी की स्थिति और भी खराब हो सकती है।
नॉनवेज खाने से दूर रहें (Avoid Non-vegetarian Food)
डेंगू के मरीजों को नॉनवेज भी नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें खूब सारा मसाला होता है और ये आसानी से पचता भी नहीं है। नॉनवेज में मौजूद भूख बढ़ाने वाले मसाले और तले हुए भूख उत्तेजक पदार्थ शरीर की स्थिति को और खराब कर सकते हैं। इसलिए इस समय आप गुनगुना पानी पिएं और खूब सारा हेल्दी लिक्विड डाइट लें।
नारियल पानी (Coconut Water)
डेंगू के बुखार में नारियल पानी पीना बेहद फायदेमंद माना जाता है। नारिलय पानी इलेक्ट्रोलाइट्स और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है और बुखार के कारण शरीर के अंदर पानी की कमी हो सकती है। नारियल पानी खासकर बड़े बुजुर्गों और बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे उनके शरीर को ताजगी और ऊर्जा मिलती है।
पपीते का पत्ता (Papaya Leaf)
पपीते के पत्ते में पपैन और काइमोपैपेन जैसे एंजाइम्स पाए जाते हैं। ये पाचन में मदद करते हैं और सूजन और पेट फूलने की समस्या को रोकते हैं। डेंगू में शरीर के प्लेटलेट्स तेजी से गिरते हैं जिससे रक्त की कमी हो जाती है। पपीते के पत्ते के रस में प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने के गुण होते हैं और इससे डेंगू के इलाज में मदद मिलती है। रोजाना 30 मिलीलीटर ताजा पपीते के पत्ते के रस का सेवन करना डेंगू में लाभकारी साबित होता है।
कीवी (Kiwi)
कीवी में पोटेशियम के साथ-साथ विटामिन A और विटामिन E की अच्छी मात्रा होती है। ये बॉडी के इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने के साथ हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। कीवी में मौजूद कॉपर विशेष रूप से स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाती है जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है और डेंगू बुखार से लड़ने में मदद मिलती है। कीवी को खुदरा या जूस के रूप में सेवन करना डेंगू के समय अत्यंत फायदेमंद होता है।
अखरोट (Walnuts)
अखरोट में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, आयरन, विटामिन E, और ऑमेगा-3 फैटी एसिड होता है। ये विटामिन और मिनरल्स रक्त संचय को बढ़ाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। अखरोट में पाए जाने वाले ऑमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करते हैं और डेंगू के कारण होने वाले लक्षणों को आसानी से संभालते हैं। डेंगू के समय रोजाना कुछ अखरोट खाना शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और उपचार में मदद करता है।
निष्कर्ष:
डेंगू के समय सही आहार का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। मसालेदार, तीखे और नॉनवेज खाने से बचना चाहिए, जिससे पेट की समस्याएं न बढ़ें और प्लेटलेट्स की कमी होने की संभावना कम हो। अन्य ओर नारियल पानी, पपीते के पत्ते, कीवी और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करके शरीर को ऊर्जा, पोषण, और रक्त संचय प्रदान करने के लिए सहायक बनाया जा सकता है। डेंगू से जल्दी से बाहर आने के लिए सही खाने-पीने का ध्यान रखें और चिकित्सक की सलाह का पालन करें।